प्रदेश के तीसरे चरण का कल 20 फरवरी को होना है। जहां 59 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। इसी चरण में मैनपुरी(Mainpuri) जिले की करहल(Karhal) विधान सभा पर भी मतदान होना हैं। इस विधानसभा से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव मैदान में हैं। इसके बावजूद भी इस सीट पर अखिलेश यादव को फंासने में कोई कसर नहीं रखना चाहती है। बताया जा रहा है अमित शाह ने स्वयं यहां की कमान संभाल रखी है।
करहल विधान सभा समाजवादी पार्टी का गढ है। यह मुलायम सिंह यादव की परंपरागत सीटों में से एक है। इस समय सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपररी लोकसभा से सांसद हैं। मुलायम सिंह यादव ने अपने पोते तेज प्रताप को सांसद बनाने के लिए भी इसी मैनपुरी लोकसभा को चुना था। इससे पहले धर्मेंन्द्र यादव को भी यहीं से लांच किया गया था। फिर भी भाजपा इस करहल विधान सभा को भी नंदीग्राम और अमेठी बनाने की कोशिश में जी जान से लगी हुई है। यह ीवह कारण है कि चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सीट को हाई प्रोफाइल बना दिया है।
करहल विधान सभा का पारा चढाने के लिए गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया तो शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित किया था। गुरुवार को करहल में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने दावा किया कि करहल की जनता परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति करने वालों से मुक्ति चाहती है। जबकि शुक्रवार को योगी आदित्य नाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अखिलेश यादव के समय में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी। वह ऐसा ही चाहते हैं।
भाजपा ने सपा और यादव परिवार को उनके ही गढ़ घेरने की पूरी योजना बनाई हुई है। शाह ने कहा कि समाजवादी पार्टी अब नाम की ही समाजवादी रह गई है और इनका गरीबों के कल्याण से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने पूरे प्रदेश में सपा का सफाया होने का दावा करते हुए करहल की जनता से कमल खिलाने की भी अपील की।
अखिलेश यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं केंद्रीय मंत्री
शुक्रवार को करहल की धरती से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखिलेश यादव और सपा को घेरते नजर आएंगे। भाजपा ने इस विधान सभा सीट से अपने केंद्रीय मंत्री और एक जमाने में मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे एसपी सिंह बघेल को अखिलेश यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़ा किया है।
भाजपा का अमेठी और नंदीग्राम बनाने का प्रयास
अखिलेश यादव की करहल विधानसभा को भाजपा अमेठी और नंदीग्राम बनाने का प्रयास कर रही है। यहां गौरतलब है कि भाजपा ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार के सियासी गढ अमेठी में राहुल गांधी को चित कर दिया था। इसकी भनक लगते ही राहुल गांधी केरल की बायनाड लोकसभा चले गए थे। वर्तमान में वह वहीं से सांसद हैं। यहंा भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया था। वहीं 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के ही खास सहयोगी रह चुके शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा उम्मीदवार के तौर पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम विधानसभा सीट से हरा दिया था। जो उस समय की सबसे बडी चर्चा थी।
क्या करहल में अमित शाह की रणनीति में फंस जाऐंगे अखिलेश यादव ?
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