रिश्वत लेने में योगी ने एक डिप्टी एसपी को दरोगा बना दिया। जिससे पुलिस विभाग में हडकंप मच गया है। इस मामले में गैंगरेप के मामले में रिश्वत लेने का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसका संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री ने सीओ को दरोगा बना दिया।
मामला यूपी के जनपद रामपुर का है यहां पर वर्ष 2021 मेें रामपुर के एक अस्पताल संचालक पर महिला ने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में सीओ जांच कर रहे थे। इसके बाद अस्पताल संचालक ने अपनी बेगुनाही के लिए बहुत से सबूत डिप्टी एसपी विद्याकिशोर के सामने पेश किए। इसके साथ ही अस्पताल संचालक ने बडे अधिकारियों को भी यह सबूत पेश किए थे। लेकिन अस्पताल संचालक की एक ना सुनी गई। इसके बाद डिप्टी एसपी ने साक्ष्यों पर कोई ध्यान देने के बजाए रिश्वत की मांग की। इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में पांच लाख की रिश्वत लेने का मामला सामने आया था। मामला उच्चाधिकारियों के साथ साथ गृह विभाग के संज्ञान में आया तब एसपी शगुन गौतम व डिप्टी एसपी विद्याकिशोर के खिलाफ जांच शुरू हो गई। जांच अभी चल रही है। लेकिन योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के अपने जीरो टालरेंस की पालिसी पर कडा कदम उठाते हुए डिप्टी एसपी को डिमोट करते हुए दरोगा बना दिया है। योगी सरकार के इस कदम से पूरे पुलिस विभाग में हडकंप मच गया है। लेकिन पुलिस में सुधार की संभावना बहुत ही कम दिखाई दे रही हैं। पुलिस विभाग के इस अधिकारी की यह हरकत पर योगी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ बेहद नाराज हो गए। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि विद्याकिशोर दरोगा के पद पर भर्ती हुए थे। इसके बाद दरोगा का प्रमोशन इंस्पेक्टर के पद पर हो गया। समय के अंतराल के बाद डिप्टी एसपी बन गए थे। जब भ्रष्टाचार का यह वीडियो सामने आया तब योगी सरकार ने विद्याकिशोर को डिमोट करते हुए उनके मूल पद दरोगा पर वापस भेज दिया है। यह मामला पुलिस के साथ ही पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
रिश्वत लेने में योगी ने डिप्टी एसपी को बना दिया दरोगा
(Visited 450 times, 1 visits today)