रेलवे अधिकारी की बेटी के चोरी हुए जूते बरेली की लेडी डाक्टर से बरामद कर लिए गए हैं। तीन जांच एजेंसियों ने भारी मेहनत के बाद लगभग डेढ महीने की मशक्कत के बाद बरामद किए हैं। जूते लेडी डाक्टर से बरामद होने की चर्चा हो रही है।
यहां बता दें कि रेलवे में उडीसा में तैतान एक डीआरएम विनीत सिंह की बेटी ट्रेन में यात्रा कर रही थी। इसी समय बरेली में इस 25 वर्षीय बेटी के जूते चोरी हो गए थे। जूते चोरी होने की जानकारी होने पर बेटी ने अपने पिता से शिकायत की थी। इसके बाद जीआरपी पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। जूतों को ढूंढने के लिए जीआरपी पुलिस की तीन टीमें जूते ढूंढने के लिए लगाई गईं थीं। पुलिस ने जांच शुरू करते ही पुलिस ने सबसे पहले बरेली रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। सीसीटीवी कैमरे को खंगालने पर भी जूतों के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस ने आरक्षण चार्ट खंगाला। आरक्षण चार्ट खंगालने पर पता लगा कि उनके साथी सहयात्री बरेली में उतरी थी। रेलवे अधिकारी की बेटी को भी शक था कि उसकी सहयात्री ने ही उसके जूते चुराए हैं।
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इसके बाद पुलिस ने इसी दिशा में जांच शुरू कर दी। जांच में पता लगा कि रेलवे अधिकारी की बेटी के जूते एक लेडी डाक्टर के पास हैं। पुलिस ने जांच के बाद लेडी डाक्टर से जूते बरामद कर लिए। लेडी डाक्टर बरेली की बताई जा रही है। वह यहीं प्रेक्टिस करती है। जीआरपी पुलिस ने लेडी डाक्टर से जूते बरामद कर लिए। पुलिस ने बताया कि लेडी डाक्टर ने जूते चुराए नहीं थे बल्कि वह भूल से जूते पहनकर उतर गई थी। लेडी डाक्टर के जूतों का साइज व रेलवे अधिकारी की बेटी के जूतों का साईज सेम होने के कारण वह इस बेटी के जूते पहनकर उतर गई थी। इसलिए उसके खिलाफ कोई कारवाई नहीं की जाएगी। यहां पुलिस का यह कहना कि लेडी डाक्टर ने जानबूझकर जूते नहीं चुराए थे बल्कि भूलवश व जूते पहनकर उतर गई थी। इस घटना से संबंधित खबरें सोशल मीडिया के साथ ही सभी न्यूज ऐजेंसियों ने जब प्रकाशित हुई थीं तब इस लेडी डाक्टर ने जूतों के संबंध में कोई सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी। वह जीआरपी से संपर्ककर बता सकती थी। कि रेलवे अधिकारी की बेटी के जूते पहनकर वह भूलवश पहन आई है। यह सूचना ना देने के बाद भी पुलिस के द्वारा क्लीन चिट देना बेहद ही चिंता जनक है।
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