पत्रकारों की लम्बी संघर्ष कथा है : मुन्ना बाबू शर्मा

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बदायूँ । सोमवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर शक्ति टेंट हॉउस पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले

वरिष्ठ पत्रकार मुन्ना बाबू शर्मा की अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें दैनिक जागरण के प्रभारी कमलेश शर्मा, हिन्दुतान समाचार पत्र के प्रभारी शैलेन्द्र शुक्ल, सहित वरिष्ठ पत्रकार बंधु उपस्थित रहे| गोष्ठी में सभी उपस्थित पत्रकारों द्वारा वरिष्ठ पत्रकार मुन्ना बाबू शर्मा को फूल मालाएं पहनाकर व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया|

गोष्ठी का शुभारम्भ माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व गणेश शंकर विद्यार्थी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया|
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार कमलेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारिता एक धर्म की तरह है। और पत्रकारिता का धर्म निष्पक्षता है । आपकी लेखनी तभी प्रभावी हो सकती है जब आप निष्पक्ष होकर पत्रकारिता करें।
वरिष्ठ पत्रकार मुन्ना बाबु शर्मा ने कहा कि पत्रकारों की लम्बी संघर्ष कथा है इस समय प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व सोशल मीडिया ने एक महत्त्वपूर्ण स्थान बनाया है| संकीर्णता बढ़ने से खतरे भी बढ़ना स्वभाविक है| पत्रकारों पर फर्जी मुक़दमे लिख जाने की एक विशाल श्रंखला है| मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सरकार को कानून बनाना चाहिए|
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष विष्णु देव चाणक्य ने अपने वक्तव्य में गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गए संघर्ष के बारे में जानकारी दी और उन्होंने कहा कि यदि कोई कार्य संगठित होकर किया जाए तो अवश्य सफलता प्राप्त होती है इसीलिए हम सभी पत्रकार बंधुओं को मिलकर संघर्ष करना होगा| दैनिक भास्कर के प्रभारी विवेक खुराना ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारिता निष्पक्ष एवं निर्भीक होकर करना चाहिये| गोष्ठी का संचालन विष्णु देव चाणक्य ने किया|

इस मौके पर शैलेन्द्र शुक्ल, स्वप्निल भंडारी, सुरेन्द्र गौड़, संतोष कुमार शर्मा, सरीन गुप्ता, एम्.पी.शर्मा, अजीत शंखधार, के. आशुतोष, पवन वर्मा, आलोक मालपानी, शकील भारती, अनुज रस्तोगी, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महामंत्री वेद भानु आर्य, आयुष्मान सक्सेना व देवेश मिश्रा पंचू गोपाल सचिव आदि पत्रकार मौजूद रहे|

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