आचार संहिता उल्लंघन मामले में एसीजेएम तृतीय कोर्ट ने पूर्व सांसद व बाहुबली नेता धनंजय सिंह का वारंट निरस्त कर दिया हैं। अब सिंह को 24 मार्च को न्यायालय में उपस्थित होेन का निर्देश दिया गया है।
यहंा बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह निषाद पार्टी से चुनाव लड रहे थे। 15 फरबरी 2017 को पूर्व सांसद चुनाव प्रचार में निकले हुए थे। इसी समय उनके साथ बिना अनुमति के अधिक वाहन चल रहे थे। इन अधिक वाहनों के साथ चलने के कारण चुनाव आयोग की टीम ने उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसकी चार्ज शीट न्यायालय पहुंचने पर मामला विचाराधीन है। इसी मामले में आरोपित पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ बुधवार को एसीजेएम तृतीय कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया। सूचना सरकारी वकील मो. इमरान के जरिये जब धनंजय के अधिवक्ता को मिली।
![](http://amarbhasker.com/wp-content/uploads/2022/02/Screenshot_20220225-123906_Google-259x300.jpg)
यह मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में विचाराधीन थी। हाईकोर्ट के निर्देश पर यह पत्रावली एसीजेएम तृतीय की अदालत में स्थानांतरित हुई थी। बुधवार को सहायक अभियोजन अधिकारी ने पत्रावली न्यायालय के समक्ष पेश कराई। आरोपित धनंजय सिंह काफी समय से गैरहाजिर है। जिसे संज्ञान में लेकर कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
पूर्व सांसद के अधिवक्ता ने सूचना मिलने पर कोर्ट में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर कहा कि इस पत्रावली में दिनांक 24 फरबरी नियत थी। लेकिन किसी कारणवश पत्रावलील 23 फरबरी को ही न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत हो गई थी। जिस कारण से वारंट जारी हो गया था। इसलिए जारी वारंट निरस्त किया जाना चाहिए। न्यायालय ने धनंजय सिंह के अधिवक्ता की बात सुनकर जारी वारंट निरस्त करते हुए दिनांक 23 मार्च को आरोपी को तलब किया है।
अखिलेश यादव ने कसा था तंज
जौनपुर के बाहुबली व पूर्व सांसद धनंजय सिंह के क्रिकेट खेलते हुए एक वीडियो को कुछ समय पहले अखिलेशा यादव ने ट्वीट कर कहा था कि वारंट वाले माफिया क्रिकेट खेल रहे हैं। योगी को माफियाओं की एक क्रिकेट टीम बना लेनी चाहिए।
अखिलेश करते हैं जातिवाद की राजनीति
अखिलेश यादव के इस ट्वीट के बाद धनंजय सिंह ने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा था िकवह एक जाति विशेष की राजनीति करते हैं। इसलिए वह सबको वैसा ही समझते हैं। विकास की राजनीति से अखिलेश यादव का कोई संबध नहीं रहा है। उन्होंने अखिलेश यादव को नान सीरियस पोलिटीशियन भी बताया था।