ट्रेन सुरक्षा को लेकर सरकार बेहद सख्त है इसी कारण से ट्रेन में सीट दिलाने के नाम पर लेडी एडवोकेट से छेडछाड करने वाले टीटीई को बर्खास्त कर दिया गया है।
यंहा बता दें कि मामला काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस का है मुरादाबाद की एक महिला एडवोकेट को दिल्ली जाना था। लेकिन वह पहले से रिजर्वेशन नहीं करा सकी थी। इसके बाद जब वह ट्रेन पर पहुंची तब सीट को लेकर टीटीई रवि राणा से बात हुई। तब टीटीई रवि राणा ने आश्वासन दिया कि वह लेडी एडवोकेट को सीट दिला देगा। इसी आश्वासन पर टीटीई रवि राणा लेडी एडवोकेट को लेकर कोच के अंदर ले गया। अंदर ले जाने के बाद रवि राणा ने लेडी एडवोकेट के साथ छेड छाड शुरू कर दी। लेडी एडवोकेट शोर मचाते हुए कोच से नीचे उतर गई।
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इसके बाद लेडी एडवोकेट ने स्टेशन अधीक्षक से पहुंच कर परिवाद पुस्तिका मांगी व उसमें पूरी घटना दर्ज कर दी। फिर लेडी एडवोकेट ने जीआरपी थाना पर जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी। इसी समय टीटीई रवि राणा भी जीआरपी थाना पहुंच गया। उसने थाना पहुंचने पर लेडी एडवोकेट के पैरों में गिरकर माफी मांगी। काफी समय व्यतीत होने पर लेडी एडवोकेट ने रवि राणा को माफ कर दिया व अपनी तहरीर वापस ले ली। लेकिन परिवाद पुस्तिका में लेडी एडवोकेट का परिवाद दर्ज रहा। जिस पर रेल विभाग ने मामले की जांच की। रेल विभाग ने घटना को जांच में सही माना। जिस कारण से टीटीई रवि राणा को बर्खास्त कर दिया। विभाग का कहना है कि महिला सुरक्षा बेहद ही संवेदनशील मुद्दा है जिससे समझौता नहीं किया जा सकता है।
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