भ्रष्टाचार के आरोप में मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने सोनभद्र के जिलाधिकारी व गाजियाबाद के एसएसपी को अपराध नियंत्रण में असफल रहने पर सस्पेंड कर दिया है। डीएम के खिलाफ जांच भी बिठाई गई है। जबकि मध्यांचल विद्युत वितरण खंड निगम लिमिटेड के निदेशक चंद्र विजय सिंह को सोनभद्र का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
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यहां बता दें कि आज 31 मार्च को जारी आदेश में कहा गया है कि डीएम सोनभद्र टीके शिवू के खिलाफ अवैध खनन व भ्रष्टाचार की लगतारा शिकायतें आ रही थीं। जिसकी शिकायतें जनप्रतिनिधियों ने भी की थीं। बार बार चेतावनी के बावजूद भी जिलाधिकारी अपनी कार्यशैली में सुधार नही ंकर रहे थे। आज मुख्यमत्री का डंडा चल गया और वह सस्पेंड कर दिए गए। सस्पेड लेटर में यह भी आरोप लगाया गया है कि चुपाव के दौरान भी वेलट पेपर सील मामले में भी जिलाधिकारी शिवू ने लापरवाही बरती थी। इस कारण से जिले में दोबारा मतदान जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस दौरा मिर्जापुर कमिश्नर ने जैसे तैसे मामले को संभाला था। इसके साथ ही जनता व जनप्रतिनिधियों से जिलाधिकारी लगातार दूरी बनाए हुए थे। मुख्यमंत्री ने डीएम शिवू को सस्पेंड कर उन्हें राजस्व परिषद से सम्बद्ध कर दिया है साथ ही पूरे मामले की जांच मंडलायुक्त को सौंपी गई है।
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इधर जिला गाजियाबाद के जिले में लगातार अपराध नियंत्रण में असफल रहने के कारण व भ्रष्टाचार की शिकायतों के कारण एसएसपी गाजियाबाद पवन कुमार पाण्डेय को भी सस्पेंड किया गया है। सूत्र बताते है कि हाल ही में गाजियाबाद में एक पेट्रोल पंप कर्मचारियों से 25 लाख रूपए की लूट बाइक सवार बदमाशों ने कर ली थी। पेट्रोल पंप के कर्मचारी बिक्री का पैसा गोविंद पुरम सी ब्लाक में एचडीएफसी बैंक में जमा कराने जा रहे थे। इन बदमाशों का वीडियो भी रिकार्ड हो गया था लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नही ंकर पा रही है। जब तक नए एसएसपी की नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक मेरठ रेंज के आईजी गाजियाबाद एसएसपी का कार्य भी देखेंगे।