ज्ञानवापी में पूजा अर्चना कोर्ट के आदेश से शुरू हो गई है। जबकि मुस्लिम पक्ष ने रात में सुप्रीम कोर्ट पहुंचकर रोक लगाने की मांग की। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को कोई भी राहत देने से इंकार कर दिया।
यहां बता दें कि पूरा मामला यूपी के बनारस का है। यहां बहुचर्चित मामला ज्ञानवापी है। ज्ञानवापी परिसर के व्यास तहखाने में हिन्दू पक्ष के लोगों ने पूजा अर्चना करने की अनुमति न्यायालय से मांगी थी। हिन्दू पक्ष का कहना था कि 30 वर्ष पहले तक यहां लगातार पूजा प्रतिदिन होती थी। न्यायाधीश अजय कृष्ण विश्वेष ने हिन्दू पक्ष की इस दलील को स्वीकार करते हुए व्यास तहखाने में पूजा शुरू करने की अनुमति दे दी, साथ प्रशासन को आठ दिन में विधिवत पूजा शुरू कराने का आदेश दिया। इधर न्यायालय का आदेश मिलते ही आज गुरूवार को व्यास तहखाने के जिस भाग में 30 साल पहले पूजा होती थी। उस भाग में दोबारा से पूजा शुरू कर दी गई।
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मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस भाग को सबसे पहले गंगाजल से धोया गया इसके बाद यहां पूजा शुरू की गई। इस आदेश से परेशान मुस्लिम पक्ष सीधे ही सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। मुस्लिम पक्ष ने जल्दबाजी में रात में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने रात में तीन बजे सुनवाई की। रात में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मुस्लिम पक्ष को कोई भी राहत देने से इंकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पहले आपको विधिवत हाईकोर्ट जाना चाहिए। पहले आप वहीं जाइए। इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी जनपद न्यायाधीश के न्यायालय में अपील दायर कर 15 दिन का समय मांगा। लेकिन न्यायालय ने अभी तक कोई आदेश नहीं दिया है। यहां बता दें कि एएसआई की सर्वे रिपोर्ट में हिन्दू मंदिर संस्कृति से संबंधित चिन्ह मिले थे। जिसके बाद न्यायालय ने यह आदेश दिया था। जिस पर गुरूवार को सुबह सुबह ज्ञानवापी परिसर में पूजा की गई। बताया जा रहा है रात 12 बजे नंदी के सामने बनी हुई लोहे की रेलिंग हटाई गई इसके बाद बडे बडे कलशों में गंगाजल लाया गया जिससे पूरे स्थल को धोया गया। इसके बाद पूजा अर्चना शुरू कर दी गई। सुबह साढे तीन बजे मंगला आरती गई। इसके बाद यह भी तय किया गया कि प्रत्येक दिन सुबह साढे तीन बजे मंगला आरती की जाएगी। यहां बता दें अब से लगभग तीस साल पहले मुलायम सिंह यादव सरकार में इस परिसर में ताला लगा दिया गया था। लेकिन शुक्रवार को अंजुमन इंतजामिया कमेटी ने बनारस बंद का ऐलान किया गया है।
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