जिस भाजपा ने एक महिला को धक्का देने में अपने ही नेता श्रीकांत त्यागी का बेहाल कर दिया वही भाजपा बदायंू पेंपल कांड में अपने कार्यकर्ता का सम्मान बचाने में नाकाम साबित हो रही है।भाजपा के बडे बडे नेता बार बार दावा करते हैं कि बूथ के कार्यकर्ता की मजबूती ही पार्टी की सबसे बडी मजबूती होती है। लेकिन हाल ही में पुलिस ने पेंपल गांव में हुए कांड में भाजपा बूथ अध्यक्ष की मां व बहन को पीटकर जो अपमान किया है वह भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक चैलेज है।
यहां बता दें कि बदायूं जनपद के थाना बजीरगंज के गांव पेंपल में एक सुखवीर नाम के युवक का अपहरण हो गया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। युवक का अपहरण 24 जुलाई को हुआ और 6 अगस्त की सुबह युवक की लाश गांव के बाहर एक बाग में मिली। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि पुलिस ने नामजद आरोपियों को पकड कर छोड दिया। जब युवक सुखवीर की लाश मिल गई तब पुलिस ने उन्हीं आरोपियों को जेल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। युवक सुखवीर की लाश मिलने पर ग्रामीण बौखला गए और ग्र्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिससे थानाध्यक्ष बजीरगंज व उनका एक अंगरक्षक घायल हो गए थे।
READ MORE ==पेंपल कांड: पहले पुलिस की लापरवाही अब पुलिस का तांडव, भाजपा बूथ अध्यक्ष की मां को भी पीटा
पुलिस ने मामले में 17 लोगों को नामजद करते हुए 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद जब तक युवक सुखवीर की लाश का अंतिम संस्कार नहीं हुआ तब तक पुलिस ने कुछ भी नहीं किया उसके बाद पुलिस ने पेंपल कांड में अपना तांडव शुरू किया। 9 अगस्त को पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें से 7 लोगों को पुलिस ने छोड दिया। जिसका कोई आधार सामने नहीं आया। पेंपल कांड में बजीरगंज पुलिस ने जिन 12 लोगों को जेल भेजा उनमें से 4 लोग भाजपा बूथ अध्यक्ष मुकेश मौर्य के परिवार के हैं। सूत्र बताते हैं कि मुकेश मौर्य व उसके परिवार को भाजपा नेता होने की सजा मिली है। पुलिस ने गिरफ्तारी के साथ ही पूरे परिवार की बहुत ही बेरहमी से पिटाई भी की है। यदि मुकेश मौर्य व उसके परिवार को घटना में लिप्त मान भी लिया जाए तब मुकेश मौर्य की मां व बहन का क्या दोष था जिनको भी पीटा गया। उनका चोटें लगा हुआ वीडियो वायरल हो रहा है। यदि मां व बहन भी घटना में लिप्त थीं त बवह भी जेल भेजी जा सकती थीं लेकिन पुलिस को महिलाओं को पीटने का क्या अधिकार था?
READ MORE ==सिपाही बोला यह खाना तो कुत्ते भी नहीं खाऐंगे और फूट फूट कर रोने लगा
यहां एक और महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि जिस भाजपा ने एक महिला को मात्र धक्का देने पर अपने ही नेता श्रीकांत त्यागी पर गैंगस्टर से लेकर बडी कारवाईयां करने के साथ ही बुलडोजर भी चलवाया था। वही भाजपा अपने बूथ अध्यक्ष की मां व बहन की पुलिस द्वारा बेहरमी से हुई पिटाई पर चुप बैठी है। जबकि भाजपा बूथ अध्यक्ष की मां का चोटें दिखाते वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। इससे भाजपा के कार्यकर्ताओं में रोष पनप रहा है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि निष्पक्ष जांच हो जाए तब पुलिस भी कम दोषी नहीं निकलेगी। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि भाजपा का कोई भी नेता अभी तब पेंपल गांव में नहीं पहुंचा है ना ही जानकारी की है कि गांव में वास्तव में क्या हुआ है। यदि भाजपा नेता गांव में जाकर कुछ देखते तो शायद उन्हें कुछ सच्चाई का पता लग पाता। यहां स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि भाजपा अपने बूथ अध्यक्ष का सम्मान बचाने में पूर्ण रूप से नाकाम रही है।
READ MORE ==कौन हैं श्रीकांत त्यागी Srikant Tyagi भाजपा नेता या कुछ और?