इसे लापरवाही कहा जाए या फिर अपनी मनमानी कि मृत्यु किसी और की हुई और मृत किसी और को दिखा दिया। इसके साथ ही जमीन भी दूसरे के नाम चढा दी। लेकिन लेखपाल अपनी गलती भी सुधारने को राजी नहीं है।
मामला यूपी के जनपद बदायूं की तहसील बिसौली के कस्बा मुंडिया धुरेकी का है। यहंा पर ओमप्रकाश शर्मा पुत्र नत्थूलाल की मृत्यु हो गई। लेकिन लेखपाल ने ओमप्रकाश गुप्ता पुत्र नत्थूलाल को मृत दर्शाते हुए। ओमप्रकाश गुप्ता की जमीन ओमप्रकाश शर्मा के पुत्रों हरिओम शर्मा, दीपक शर्मा,श्रीकृष्ण शर्मा व पत्नी मुन्नी देवी के नाम अंकित कर दी। लेखपाल द्वारा यह आदेश बीती 4 जनवरी 2022 को किया गया है। इसकी जानकारी होने पर ओमप्रकाश गुप्ता ने लेखपाल विजयपाल सिंह से शिकायत की तब लेखपाल ने उनकी बात पर कोई भी ध्यान देने के बजाए लगातार टालते रहे। इसके बाद लेखपाल ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। परेशान हाल ओमप्रकाश गुप्ता ने एसडीएम बिसौली से लिखित प्रार्थनापत्र देकर कारवाई करने की मांग की है। अभी तब मामले में कोई कारवाई नहीं हुई है।
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ओमप्रकाश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि लेखपाल विजयपाल सिंह ने जानबूझकर ओमप्रकाश गुप्ता के नाम की जमीन ओमप्रकाश शर्मा के पुत्रों के नाम अंकित कर दी है। यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि ओमप्रकाश गुप्ता की जमीन ग्राम मुंडिया धुरेकी के रकवा में है जबकि ओमप्रकाश शर्मा के नाम की जमीन ग्राम सैंडोला में है ओमप्रकाश शर्मा के नाम ग्राम मुंडियाधुरेकी में कोई जमीन ही नहीं है। तब लेखपाल ने कैसे जमीन एक के बजाए दूसरे के नाम दर्ज करा दी। यह भी महत्वपूर्ण है कि भूल का सुधार भी हो सकता था लेकिन पांच महीने से अधिक बीतने के बाद भी ओमप्रकाश गुप्ता को जीवित नहीं किया गया है। ओमप्रकाश गुप्ता का कहना है कि शीघ्र ही उनका सुधार नहीं हुआ तब वह मामले को लेकर जिलाधिकारी बदायूं के समक्ष पेश होंगे।
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