अनुबंधित बस के एक चालक ने बदायूं डिपो के एआरएम पर अवैध 2000 रू महीने नहीं देने पर मारपीट का आरोप लगाया है।
मामला यूपी के बदायूं जनपद का है यहां पर अनुबंधित बस का एक चालक प्रदीप चैहान शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे अन्य चालकों और अपनी पत्नी मीनू सिंह ने जिला अस्पताल की इमरजेंसी भर्ती कराया था। उसकी दोनों टांगों में गंभीर चोट थीं। चालक और उसकी पत्नी ने आरोप लगाया कि एआरएम लक्ष्मण सिंह अनुबंधित बसों के चालकों से दो हजार रुपये महीने वसूल करते हैं। पति ने रुपये देने से इनकार किया तो उन्होंने दो अन्य लोगों के साथ मारपीट की। बदायूं की आवास विकास निवासी प्रदीप चैहान निजी बस का चालक है। वह रोडवेज की अनुबंधित बस का चालक है। इस समय बदायूं डिपो में कुल 37 अनुबंधित बसें हैं। शुक्रवार दिन में करीब 11 बजे रोडवेज बस स्टैंड पर अचानक ही अफरा तफरी शुरू हो़ गई। कुछ ही देर में एआरएम लक्ष्मण सिंह वर्कशॉप से यहां पहुंच गए।
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एआरएम को सूचना दी गई थी कि एक बस चालक डिपो परिसर में नशे की हालत में हंगामा कर रहा है। बताते हैं कि एआरएम जब डिपो पहुंचे तो प्रदीप चैहान उनसे भी उलझने लगा। एआरएम ने मोबाइल पर कॉल करके रोडवेज चैकी से पुलिस को बुला लिया, इससे पहले चालक यहां से भाग गया। इसी क्रम में प्रदीप और उसकी पत्नी के आरोपों को खारिज करते हुए एआरएम ने कहा कि उन्होंने रोडवेज चैकी इंचार्ज को कॉल करके चालक का डॉक्टरी मुआयना कराने को कहा था। पुलिस को आता देखकर चालक वहां से दीवार कूदकर भागा, शायद इस कारण उसके टांगों में चोट आई होगी। जबकि प्रदीप चैहान व अन्य चालकों का आरोप है कि एआरएम अनुबंधित बस चालकों से 2000 रू महीने की अवैध वसूली करते हैं जो भी चालक एआरएम को 2000 रू महीने नहीं चुकाता है उस बस चालक के साथ ऐसे ही मारपीट की जाती है।
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