समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक मे ंना बुलाए जाने से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव shivpal yadav एक बार फिर नाराज हो गए हैं। अब वह लखनऊ से वापस इटावा चले गए हैं। जबकि सपा ने कहा कि जिस दिन सहयोगी दलों की बैठक उस दिन गठबंधन के सभी साथियों के साथ ही शिवपाल यादव को भी बुलाया जाएगा।
यहंा बता दें कि आज शनिवार को समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक हुई जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सपा विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव का नेता प्रतिपक्ष बनना भी लगभग तय हो गया है। इस बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाए जाने से वह नाराज हो गए हैं। उनका कहना है कि बैठक थी इसकी जानकारी थी इसलिए मैंने अपने अन्य कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया था। लेकिन उन्हें बैठक के लिए सूचना नहीं दी गई थी।
इसलिए वह नाराज होकर इटावा चले गए हैं। इस जानकारी होने पर समाजवादी पार्टी ने कहा कि 28 मार्च को गठबंधन के सभी साथियों की बैठक है चूंकि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी भी हमारे गठबंधन का हिस्सा है इसलिए इस दिन उनको भी बुलाया जाएगा। आज गठबंधन के किसी भी साथी को नहीं बुलाया गया था इसलिए उन्हें भी नहीं बुलाया गया।
इधर शिवपाल यादव से जब इस बारे में कहा गया तब उन्होंने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी का विधायक हूं इसलिए मुझे भी इस बैठक में शामिल होना चाहिए था। लेकिन उन्हें बुलाया नहीं गया। अब हम दो दिन बाद अपनी रणनीति तय करेंगे।
यहंा बता दें कि चुनाव परिणाम आने के बाद ऐसे संकेत मिल रहे थे कि समाजवादी पार्टी शिवपाल यादव को नेता विधायक दल बनाएगी। इसके साथ ही फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शिवपाल यादव को कुछ सपा नेता व कार्यकर्ताओं के द्वारा उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की बधाइयां तक दी गईं थीं। लेकिन ऐसा ना होकर अखिलेश यादव को नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया। इससे पहले चुनाव के दौरान भी शिवपाल यादव कई बार यह अखिलेश यादव पर नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल पर कहा था कि 100 सीटों की बात हुई थी इसके बाद अंत में 1 मिली हम तब भी संतुष्ट हैं और बीजेपी की सरकार को हटाने के लिए अखिलेश का साथ दे रहे हैं। अब इस नाराजगी के क्या परिणाम निकलेंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
चाचा शिवपाल फिर नाराज, दो दिन बाद तय करेंगे रणनीति
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