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सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्यSwami Prasad Maurya इस कदर बोखला गए हैं कि उनकी भाषा ही बुरी तरह बिगड गई है। उनकी यह बौखलाहट भारत के प्रधानमंत्री व यूपी के मुख्यमंत्री पर दिए गए एक बयान में दिखाई दी। जिसे किसी भी तरीके से सही नहीं कहा जा सकता है।
मौर्य ने सोमवार को मऊ विधानसभा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर अभी भी देश में आतंकवादी जिंदा हैं तो मोदी योगी को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। उनके प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी पर दिए विवादित बयान की चारों ओर आलोचना की जा रही है। अधिकांश लोगांे का कहना है कि लडाई विचारधारा की होनी चाहिए लेकिन इस तरह की भाषा का प्रयोग करना अशोभनीय है।
यहां बता दें कि इसी साल जनवरी में स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा छोडकर सपा में शामिल हो गए हैं। उसके बाद से मौर्य की भाषा बौखलाहट की दिखाई दे रही है। उन्होंने भाजपा छोडने के बाद भाजपा पर आरोप लगया था कि भाजपा पिछडों व दलितों के साथ अत्याचार कर ही है। इसके जबाव में भाजपा नेताओं ने मौर्य पर आरोप लगाया था कि वह अपने बेटे उत्कर्ष मौर्य को टिकिट मांग रहे थे। इसलिए उन्होंने भाजपा छोड दी इसके बाद स्वामी प्रसाद बुरी तरह से बौखला गए हैं। इधर भाजपा ने कांग्रेस के कद्दावर नेता आरपीएन ंिसह को भाजपा में शामिल कर उनको बडा जबाव दिया था। इसके स्वामी को अपनी विधानसभा पडरौना छोडकर फाजिलनगर जाना पडा हैं।
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स्वामी प्रसाद मौर्य इस समय सपा के स्टार प्रचारक हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य सदर विधानसभा प्रत्याशी के सर्मथन मे मऊ की एक जनसभा को सम्बोधित करने आए थे। उन्होंने इसी जनसभा में इस भाषा का प्रयोग किया था। उन्होंने भाजपा को झूंठों व मक्कारों की पार्टी भी बताया था।
मौर्य ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था कि जो भाजपा का साथ देते हैं यह उन्हीं को किनारे लगा देते हैं। जो भी नौकरी निकली वह इनके अपनों को दी गई। योगी प्रदेश में और मोदी केन्द्र में हैं। फिर भी आतंकवादी जिन्दा हैं तो दोनो लोगों को चूल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए। उनकी यह भाषा सुनकर वहां हर कोई स्तब्ध था। भाजपा ने इस बयान पर आपत्ति की है। स्वामी ने कहा कि भाजपा सरकार की विदाई अब तय है। योगी सरकार किसान और नौजवान की विरोधी है। भाजपा नेता आरक्षण के भी विरोधी हैं। इसलिए इनको सरकार से दूर रहना ही आवश्यक है।