डीएम के आदेश पर पोस्टमार्टम कराने के लिए कब्र से बच्चे का शव निकाला गया। बच्चे के परिजनों ने सरकारी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
यहां बता दें कि मामला यूपी के जनपद संभल के कस्बा चंदौसी की इंद्रानगर कालोनी का है। यहां की रहने वाली गायत्री नाम की महिला को प्रसव पीडा के बाद सीएचसी चंदौसी में भर्ती कराया गया था। महिला ने कुछ समय बाद एक बच्चे को जन्म दिया। जिसकी मौत हो गई। परिजनों ने मृत बच्चे का शव दफना दिया। इसके बाद बच्चे के पिता ने आईजीआरएस पर अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मृत्यु का आरोप लगाया था। इस मामले को जिलाधिकारी मनीष बंसल ने गंभीरता से लेते हुए व आरोपों की पुष्टि के लिए बच्चे के शव का पोस्टमार्टम का निर्णय लिया। इसके बाद जिलाधिकारी बंसल ने बच्चे का शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने के लिए जिलाधिकारी चंदौसी को आदेशित किया।
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सोमवार को चंदौसी एसडीएम राजपाल सिंह ने मौके पर पहुंचकर शव को खुदवाकर बाहर निकलवा लिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही जानकारी मिल पाएगी। इस बारे में एसडीएम राजपाल सिंह का कहना है कि आईजीआरएस पर शिकायत की गई थी। जिस पर डीएम के आदेश पर शव बाहर निकलवाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर व जिलाधिकारी के निर्देश पर अग्रिम कारवाई होगी। इधर सीएचसी चंदौसी की चिकित्सक डा सारिका सिंह का कहना है कि जन्म के समय बच्चा स्वस्थ था। बच्चे को स्वस्थ अवस्था में उसकी दादी को सौंपा था। बच्चे को दूध भी पिलवाया था। लेकिन यहां बता दें कि गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी में चिकित्सकों की लापरवाही अक्सर सामने आती रहती है। कई जगहों पर देखा गया है कि नर्सें ही डिलीवरी कराती हैं डाक्टर तो मौके पर पहुंचती ही नहीं हैं।
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